संदीप तिवारी, रायपुर, 28 दिसंबर 2019, कोरबा जिले के कटघोरा वन क्षेत्र ग्राम गुलरिया के एक दलदली क्षेत्र में कीचड़ में फंसी मादा हाथी की मृत्यु को लेकर मीडिया में जम कर वन विभाग की आलोचना हुई थी. एसजी न्यूज़ ने वन विभाग में किस तरह प्रभारी वन मंडल अधिकारियों द्वारा विभाग को चलाया जा रहा है, कि खबर प्रमुखता से आज ही प्रकाशित की थी.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वन मंत्री भी इस मामले नाराजगी जाहिर की है जिसके बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए विभाग ने डीडी महंत, सहायक वन संरक्षक एवं प्रभारी वन मंडल अधिकारी कटघोरा, को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के उप नियम 9 (1) क में निहित प्रावधान अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. निलंबन अवधि में डीडी संत को मुख्यालय प्रधान वन संरक्षक कार्यालय, अटल नगर रायपुर में संलग्न किया गया है.



मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने पी. के. केसर (आईएफएस) मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) बिलासपुर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस में साफ कहा गया है कि घटना की जानकारी समाचार पत्र में प्रकाशित एवं स्थानीय व्यक्तियों द्वारा जानकारी दिए जाने के बावजूद भी मादा हाथी को दलदल से निकाले जाने का प्रयास नहीं किया गया, न ही अधिकारी द्वारा स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर उक्त हाथी को रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया. इसी बात को एसजी न्यूज़ ने आज प्रमुखता से उठाया था कि वहां पर वन मंडल अधिकारी या उच्च अधिकारी घटना के 2 दिनों बाद भी नहीं पहुंचे थे. मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) बिलासपुर को 7 दिवस में नोटिस का जवाब देने कहा गया है.



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