रायपुर, 2 अक्टूबर 2020 : वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला पर हुए हमले को लेकर प्रदेश भर से आये सैकड़ों पत्रकारों ने राजधानी रायपुर में पैदल मार्च कर आकाशवाणी चौक के पास जमकर प्रदर्शन किया और घंटों बाद भी मुख्यमंत्री की तरफ से कोई जवाब नहीं आने पर ज्ञापन की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। हमलावरों पर कड़ी कारवाई, कांकेर कलेक्टर को हटाने व थानेदार सहित अन्य जिम्मेदारों पर कारवाई की मांग को लेकर जारी आंदोलन यहीं समाप्त नहीं हुआ। शनिवार से पत्रकारों ने राजधानी के गांधी मैदान में आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है। यह आंदोलन तब तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है जब तक कि कारवाई नहीं होती। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर के पत्रकारों का दल दोपहर से ही रायपुर पहुंच गया था।
रायपुर के पत्रकारों ने भी इस आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। दोपहर करीब ढ़ाई बजे मुख्यमंत्री से मिलने पत्रकारों का दल पैदल नारे बाजी करते निकल पड़े। आकाशवाणी चौक के पास पुलिस ने बेरिकेट लगाकर पत्रकारों को रोक लिया। नाराज पत्रकारों ने जमकर प्रदर्शन किया और वहीं सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। शाम करीब 5 बजे तक मुख्यमंत्री की तरफ से कोई खबर नहीं आने से नाराज पत्रकारों ने ज्ञापन की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया और आमरण अनशन करने का निर्णय लिया।






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