संदीप तिवारी, रायपुर, 28 दिसंबर 2019. कोरबा जिले में हाथी की दलदल में फंसकर मौत मामले में प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही हुई है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वन मंत्री ने विभाग की इस लापरवाही को बहुत ही गंभीर मामला मानते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए हैं. संभवत प्रदेश का यह पहला मामला है जब प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ होगा।



छत्तीसगढ़ शासन वन विभाग की ओर से उप सचिव गणवीर धर्मशील ने अतुल कुमार शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी),(भारतीय वन सेवा) को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि वन मंडल कटघोरा के अंतर्गत अभनपुर क्षेत्र के गांव में दिनांक 27.12.2019 को एक मादा हाथी की मृत्यु हुई है. उक्त मादा हाथी दिनांक 25.12.2019 को गांव गुलरिया के एक दलदल क्षेत्र में कीचड़ में फंस गई थी. इस घटना का समाचार प्रसारित एवं प्रकाशित होने के साथ स्थानीय व्यक्तियों द्वारा जानकारी दिए जाने के बावजूद भी आपने मादा हाथी को दलदल से निकाले जाने के लिए प्रयास नहीं किया और ना ही आपके द्वारा स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर हाथी को रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया.
पत्र में कहा गया है कि आपके द्वारा घटनास्थल पर नहीं पहुंचने एवं न ही मादा हाथी को बचाने में सहयोग दिया गया. जिसके कारण हाथी की दिनांक 27.12.2019 को दलदल में फंसे अवस्था में ही मृत्यु हो गई. जिससे शासन की छवि धूमिल हुई है.
जारी पत्र में आगे कहा गया है कि आपके द्वारा शासकीय कार्य के प्रति उदासीनता तथा बरती गई लापरवाही अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियम 1968 के नियम 3 का स्पष्ट उल्लंघन है. अतः इस संबंध में कारण बतावे की उक्त कृत्य हेतु क्यों न अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन एवं अपील) नियम 1959 के नियम 10 के अंतर्गत आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जावे। आप अपना समाधान कारक उत्तर पत्र प्राप्ति के 7 दिवस के भीतर अनिवार्य रूप से शासन के समक्ष प्रस्तुत करें। यदि उक्त समय अवधि में आपका उत्तर प्राप्त नहीं होता है, तो माना जाएगा कि प्रकरण में आपको बचाव पक्ष कुछ नहीं कहना है. आपके विरुद्ध एक पक्षी कार्रवाई की जाएगी
बता दें कि कटघोरा वन परिक्षेत्र में हाथी की दलदल से मौत के मामले में एसजी न्यूज़ ने लगातार वन विभाग की लापरवाही को प्रमुखता से उठाया था. जिसके बाद प्रभारी वन मंडल अधिकारी, कटघोरा को सस्पेंड किया गया है साथ ही सीसीएफ बिलासपुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उसके बाद यह प्रदेश की सबसे बड़ी कार्यवाही होगी जिसमें प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी अतुल शुक्ला को कारण बताओ नोटिस शासन ने जारी किया है.
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