रायपुर, 25 Dec 2019। प्रदेश में लगातार 15 सालों तक सत्तासीन रही भाजपा की इस हार पर बहसबाजी जारी ही है, इसी बीच भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने सोशल मीडिया में दो बातें लिखी हैं, पहली बात – ‘पाप किए थे हमने अपने कर्मों का ही फल पाया’ और दूसरी बात है- ‘किसी ने ठीक कहा… बोया बबूल तो आम कंहां से होय’, ‘जैसी करनी वैसी भरनी’।
फेसबुक के अपने टाइम लाइन पर उन्होंने इन पोस्ट्स के साथ कई तरह की चर्चाओं को हवा दे दी है। चूंकि वे प्रवक्ता हैं, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा विधानसभा और नगरीय निकाय चुनाव में मिली हार के बाद अपनी हार की वजहों को स्वीकार कर रही है।



उपासने का कहना है कि यह बातें पार्टी के लिए नहीं लिखी गई हैं, बल्कि पार्टी के भीतर मौजूद उन लोगों के लिए लिखी गई हैं, जिनके कारण हार की स्थिति निर्मित हुई है। वे यह भी साफ करते हैं, कि इस पोस्ट के आधार पर पूरी पार्टी को सवालों के घेरे में लाना उचित नहीं है।



भाजपा के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने का दर्द कहीं इस रूप में तो सामने नहीं आ रहा है ? भाजपा के वरिष्ठ नेता उपासने की मंशा जो भी हो, लेकिन भाजपा अगर अपनी हार की समीक्षा में इन बातों पर भी विचार करती है, तो पार्टी के लिए बुरा तो कुछ भी नहीं।
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