रायपुर। भूपेश के नवगठित मंत्री मंडल को लेकर कांग्रेस में नाराजगी शुरु हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल के पुत्र अमितेष शुक्ल मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। वे पार्टी से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह का भी बहिष्कार कर दिया। वे शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हुए। अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने मीडिया से कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है।
उन्होंने कहा कि नेहरु गांधी परिवार से हमारा तीन पीढ़ियों का संबंध रहा है। सबसे ज्यादा वोटों से जीता भी हूं। मेरा हक बनता था, मैं पार्टी के लिए समर्पित भी रहा हूं। मेरे पिता-चाचा कांग्रेस में रहे हैं, चाचा विद्याचरण शुक्ल कांग्रेस के लिए शहीद हुए हैं, मैं शहीद परिवार से हूं। मेरे साथ अन्याय हुआ है न्याय की उम्मीद थी, मैं मायूस हूं, उन्होंने मंत्री क्यों नहीं बनाए जाने के सवाल पर कहा कि मुझे मंत्री पद क्यों नहीं दिया गया ये समझ से परे है। उन्होंने मंत्री पद के अलावा निगम मंडल में पद लेने से साफ इंकार कर दिया। अमितेष ने कहा कि मंत्री पद के अलावा और कोई जिम्मेदारी बिल्कुल नहीं लूंगा। दिल्ली जाकर पार्टी आलाकमान राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात करूंगा। उनके सामने अपनी बात रखूंगा।
आपको बता दें कि मंत्री मंडल में धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा सहित कई वरिष्ठ विधायक जो पूर्व में मंत्री रह चुके हैं और उन्हें लंबा अनुभव भी रहा है। उन्हें मंत्री मंडल के गठन में दरकिनार कर दिया गया। उनकी जगह कई ऐसे चेहरों को लिया गया जो कि काफी चौंकाने वाले रहे हैं। हालांकि भूपेश मंत्री मंडल में आज 9 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है वहीं मंत्री का 1 पद अभी रिक्त रखा गया है। माना जा रहा है कि अगर असंतोष की स्थिति ज्यादा रही तो 1 रिक्त पद को देकर संतुष्ट किया जा सकता है।
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