नई दिल्ली, 06 जनवरी 2020. नौकरीपेशा लोगों के लिए पीएफ (PF) भविष्य की सुरक्षा का बड़ा माध्यम है और ब्याज दर कम होने से उन पर सीधा असर पड़ेगा. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) पीएफ की ब्याज दरें 8.65 फीसदी से कम कर सकता है. EPFO 15 से 25 आधार अंकों तक ब्याज दरें कम करने की संभावना है. अगर ऐसा होता है तो इसका सीधा असर ईपीएफओ के 8 करोड़ से अधिक अंशधारकों पर पड़ेगा.
न्यूज एजेंसी मिंट के मुताबिक, वित्त मंत्रालय को इस बात की चिंता है कि पीएफ पर अधिक रिटर्न देने पर बैंकों के लिए आकर्षक ब्याज दरें देना संभव नहीं होगा, जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018-19 में, सेवानिवृत्ति निधि प्रबंधक ने वित्त मंत्रालय के साथ सात महीने की चर्चा के बाद अपने ग्राहकों के लिए 8.65 प्रतिशत की दर निर्धारित की थी.
बैंकों की भी दलील है कि पीएफ जैसी छोटी बचत योजनाओं और ईपीएफओ की ओर से ऊंची ब्याज दर दिए जाने के कारण लोग उनके पास रकम जमा नहीं कराना चाहेंगे, जिससे उन्हें फंड जुटाने में आ रही समस्या बढ़ेगी.
More Stories
DFO सायकल से 20 किमी सुबह ही पहुचे आरामिल छापा मारने… अधीनस्थ पहुचे 2 घंटे बाद… बड़ी पहुंच रखने वाले के आरामिल को अवैध लकड़ी के चलते किया सील..
करोनाकाल मे खरीदी गई 2 दर्जन से भी अधिक चमचमाती ब्लैक scorpio……..कैम्पा मद वन विभाग में बना शक्ति प्रदर्शन का जरिया?? …..विभाग में अधिकारियों के सैकड़ों तबादले फिर भी कैम्पा के सीईओ भाजपा शासन से अब तक जमे है, विधानसभा में उठा मामला
वन विभाग की लापरवाही से पैंगोलिन का शिकारगढ़ बना छत्तीसगढ….. इसके खाल की चीन में है सबसे ज्यादा मांग, विधानसभा में उठ सकता है मुद्दा