हैदराबाद, 6, मई 2020. कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है. जिसकी वजह से लोगों का आना-जाना बंद है. जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा गरीबों और प्रवासी मजदूरों को उठाना पड़ा रहा है.
लॉक डाउन के दौरान एक मजदूर महिला को जब कुछ सहारा नहीं दिखा हैदराबाद से छत्तीसगढ़ अपने घर के लिये 3 साल के बच्चे को लेकर पैदल निकल गयी.
आजतक की खबर के अनुसार एक मजदूर महिला अपने परिवार के साथ पैदल चलकर तेलंगाना से छत्तीसगढ़ अपने गांव राजनांदगांव जा रही थी. उसी दौरान महिला को प्रसव पीड़ा हुई और हाईवे के किनारे पर खुले आसमान के नीचे महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया.
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की रहने वाली महिला अनीता गर्भवती थी और हाईवे एनएच- 44 से होते हुए तेलंगाना से छत्तीसगढ़ पैदल अपने गांव जा रही थी.
तभी रास्ते में उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसने हाईवे पर ही एक बच्चे को जन्म दिया. यह घटना नरसिंगी मंडल के जप्ती शिवनुर गांव में करीब की है.
घटना के बारे में जानने के बाद, स्थानीय सब-इंस्पेक्टर ने प्रवासी मजदूरों के समूह की मदद करते हुए मां-बच्चे को एक निजी एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया. मां और बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ है कुछ दिनों बाद उन्हें उनके घर पहुंचा दिया जाएगा.
महिला के पति ने कहा कि हैदराबाद से लगभग 70 किलोमीटर दूर चलने के बाद उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई और बाद में सड़क के किनारे बच्चे को जन्म दिया. दंपति का पहले से ही एक तीन साल का बेटा है जो लॉकडाउन में उनके साथ पैदल चल रहा था.
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