रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के बाद संविदा अधिकारियों के इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन सिंह के इस्तीफे के बाद अब आबकारी विभाग में नौ साल से संविदा पर तैनात समुंद्र सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है। समुंद्र को पूर्व आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल का करीबी माना जाता है। अमर अग्रवाल भी इस चुनाव में बिलासपुर विधानसभा सीट से हार गए हैं।
प्रदेश में आबकारी विभाग ने शराब ठेके की नीलामी को बंद करके सरकारी दुकान खोल दी है। इस विवादित फैसला का कांग्रेस लगातार विरोध करती रही। वहीं, कांग्रेस ने घोषणा पत्र में वादा किया है कि सरकार में आने पर शराब बिक्री बंद कर दी जाएगी। सरकार की नई आबकारी नीति के पीछे समुंद्र सिंह को मास्टर माइंड माना जाता है।
ऐसे में समुंद्र सिंह ने पहले ही किनारा कर लिया। निर्वाचन आयोग ने चुनाव में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले आबकारी सचिव डीडी सिंह पर कार्रवाई की थी। उच्च प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो शराब दुकानों के सरकारीकरण के बाद समुंद्र सिंह का कद काफी बढ़ गया था। शराब दुकान में किस ब्रांड की शराब बिकेगी, यह समुंद्र के इशारे पर तय होता था। समुंद्र ने गुस्र्वार को आबकारी सचिव को इस्तीफा सौंपा, इसमें पारिवारिक कारणों को जिम्मेदार बताया है।
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