बिलासपुर, 30 जून 2020. छत्तीसगढ़ में बीते दिनों हुई 6 हाथियों की मौत के मामले में हाईकोर्ट ने छत्तीसगढ़ सरकार को नोटिस जारी कर 4 हफ्ते में जवाब मांगा है।
बता दें कि हाथियों को मौत को लेकर पूर्व आई एफ एस ऑफिसर डॉक्टर अनूप भल्ला ने जनहित याचिका हाईकोर्ट में दायर की है। अपनी याचिका में अनूप भल्ला ने कहा है कि लोगों का जंगलों पर धीरे-धीरे कब्जा हो रहा है जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ में एलीफेंट कॉरिडोर खत्म हो रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप हाथियों और इंसानों के बीच आए दिन टकराव की स्थिति और संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले सालों में सैकड़ो से ज्यादा हाथियों की मौत हो चुकी है। वही 300 से ज्यादा इंसानों की मौत ऐसी घटनाओं में हो चुकी है।
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में बिजली विभाग को भी पक्षकार बनाया है। याचिकाकर्ता का अपनी याचिका में कहना है कि बिजली के बेतरतीब तारों की वजह से भी हाथियों की कई बार मौतें हो रही हैं। मामले पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य शासन और बिजली विभाग को नोटिस जारी कर 4 हफ्ते में जवाब तलब किया है। चीफ जस्टिस रामचंद्र मेनन और जस्टिस पी.पी साहू की डिवीजन बेंच में हुई है पूरे मामले की सुनवाई।
More Stories
करोनाकाल मे खरीदी गई 2 दर्जन से भी अधिक चमचमाती ब्लैक scorpio……..कैम्पा मद वन विभाग में बना शक्ति प्रदर्शन का जरिया?? …..विभाग में अधिकारियों के सैकड़ों तबादले फिर भी कैम्पा के सीईओ भाजपा शासन से अब तक जमे है, विधानसभा में उठा मामला
वन विभाग की लापरवाही से पैंगोलिन का शिकारगढ़ बना छत्तीसगढ….. इसके खाल की चीन में है सबसे ज्यादा मांग, विधानसभा में उठ सकता है मुद्दा
जैव विविधता बोर्ड के मुखिया ने चाटुकारिता का लगाया तड़का: गिधवा-परसदा पक्षी उत्सव में ऐसे मचाये कई रात तक शोर कि पक्षी क्या शेर भी भाग जाय….. क्या पक्षियों का ये संरक्षण है?? मुख्यमंत्री को गुमराह कर पक्षियों के बीच उतरवाए हेलीकाप्टर